झुकती घटा गाती हवा-धूल का फूल १९५९
की फिल्म धूल का फूल से. घटा से अर्थ बादल होता है. झुकते
बादल तब दिखाई देते हैं जब पानी गिरने वाला होता है, अन्यथा
ये आसमान पर काफी ऊपर चमकते नज़र आते हैं.
गीत में नज़ारे महके हुए भी हैं और दहके हुए भी. गूढ़ अर्थ वाला
शब्द है. बहुत सारा कुछ समेट के एक शब्द में लिख दिया गया
है. गीतों में मामला केवल लहर तक सीमित होता है. लहर के
झकोले शब्द आपने शायद ही कभी वार्तालाप में प्रयोग किया हो.
गीत के बोल
झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए
नन्हा सा दिल मेरा मचल-मचल जाए
महके हुए दहके हुए मस्त नज़ारे
निखरे हुए बिखरे हुए रंग के धारे
आज पवन हो के मगन हमको बुलाए,
झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए
नन्हा सा दिल मेरा मचल-मचल जाए
रवाना है छोटी सी कश्ती हवाओं के रुख पर
नदी के साज़ पे मल्लाह गीत गाता है
तुम्हारा जिस्म हर इक लहर के झकोले से
ओ मेरी शरीर निगाहों में झूल जाता है
झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए
नन्हा सा दिल मेरा मचल-मचल जाए
जिस्म मेरा जान भी मेरी तेरे लिये है
प्यार भरी दुनिया सजी तेरे लिये है
आँखों में छाए तेरे जलवों के साए
झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए
नन्हा सा दिल मेरा मचल-मचल जाए
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Jhukti ghata gaati hawa-Dhool ka phool 1959
Artists: Rajendra Kumar, Nanda
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