Aug 22, 2017

चला जाता हूँ-मेरे जीवन साथी १९७२

कुछ ऐसी फ़िल्में हैं जिनके गीत बेहद लोकप्रिय हैं मगर फ़िल्में
बॉक्स ऑफिस पर लड़खड़ा गईं. सन १९७२ की राजेश खन्ना और
तनूजा अभिनीत फिल्म मेरे जीवन साथी के गीत आज भी बजते
हैं विभिन्न चैनलों पर.

योड्लिंग किशोर कुमार का एक विशिष्ट अंदाज़ था जो आपको इस
गीत में भी भरपूर मात्रा में मिलेगा. गीत मजरूह का लिखा हुआ
है जिसकी धुन बनाई है राहुल देव बर्मन ने.



गीत के बोल:

चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये
चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये
मिलन की मस्ती भरी आँखों में
हज़ारों सपने सुहाने लिये हो ओ
चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये

ये मस्ती के नज़ारें हैं तो ऐसे में
सम्भलना कैसा मेरी क़सम
तू लहराती डगरिया हो तो फिर क्यूँ ना
चलूँ मैं बहका बहका रे
मेरे जीवन में ये शाम आई है
मुहब्बत वाले ज़माने लिये हो

चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये

वो आलम भी अजब होगा वो जब मेरे
करीब आएगी मेरी क़सम
कभी बैयाँ छुड़ा लेगी कभी हँस के
गले से लग जाएगी हाय
मेरी बाहों में मचल जाएगी हो
वो सच्चे झूठे बहाने लिये

चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये

बहारों में नज़ारों में नज़र डालूँ
तो ऐसा लागे मेरी क़सम
वो नैनों में भरे काजल घूँघट खोले
खडी हैं मेरे आगे रे
शरम से बोझल झुकी पलकों में
जवाँ रातों के फ़साने लिये हो

चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये
मिलन की मस्ती भरी आँखों में
हज़ारों सपने सुहाने लिये हो
चला जाता हूँ किसी की धुन में
धड़कते दिल के तराने लिये
.................................................................
Chala jaata hoon kisi ki dhun mein-Mere jeevan sathi  1972

Artist: Rajesh Khanna

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP