ज़रा सी बात का हुज़ूर ने-मुसाफिरखाना १९५५
फिल्म मुसाफिरखाना से लिया गया है. पिछला गीत आपने
सुना था फिल्म सलाम मेमसाब से.
मुसाफिरखाना १९५९ की फिल्म है जिसमें श्यामा नायिका हैं.
गीत आपको सी आई डी के गीत ले के पहला पहला प्यार
का कज़िन सा सुनाई देगा. इस गीत को मजरूह ने लिखा
है और इसे आशा भोंसले ने गाया है.
गीत के बोल:
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
ऐसे रूठे हो जी सैयां के दीवाना कर दिया
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने
मुख से न बोली मैं तो यूँ ही ज़रा बन के
इतनी सी बात पे जी चल दिये तन के
मुख से न बोली मैं तो यूँ ही ज़रा बन के
इतनी सी बात पे जी चल दिये तन के
बस इतनी बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
बस इतनी बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
ऐसे रूठे हो जी
हो ऐसे रूठे हो जी सैयां के दीवाना कर दिया
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने
प्यार में तेरे ऐसा जिया मोरा धड़के
कहनी पड़ी है दिल की बात नज़र से
प्यार में तेरे ऐसा जिया मोरा धड़के
कहनी पड़ी है दिल की बात नज़र से
नज़र की बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
नज़र की बात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
ऐसे रूठे हो जी
हो ऐसे रूठे हो जी सैयां के दीवाना कर दिया
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने
जब से लगाई तोरे प्यार की बिंदिया
चैन दिनों का खोया रातों की निंदिया
जब से लगाई तोरे प्यार की बिंदिया
चैन दिनों का खोया रातों की निंदिया
मेरे दिन रात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
मेरे दिन रात का हुज़ूर ने फ़साना कर दिया
ऐसे रूठे हो जी
हो ऐसे रूठे हो जी सैयां के दीवाना कर दिया
ज़रा सी बात का हुज़ूर ने
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Zara si baat ka huzur ne-Musafirkhana 1955
Artist: Shyama
4 comments:
Thanks
Wow!
दोनों Tard का स्वागत है. अब क्या Re Tard का आना बाकी है ?
तुम्ने पूकारा और हम चले आये
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