क्या करते थे साजना-लाल दुपट्टा मलमल का १९८८
फिल्म से ज्यादा उसके गीत चले इसलिए इसे म्यूजिकल हिट
कहा मैंने. इसके सभी गीत लोकप्रिय हैं. फिल्म एक टेलीफिल्म
है.
आनंद मिलिंद की जोड़ी इस मामले में खुशकिस्मत है कि उन्हें
मजरूह के लिखे गीतों पर धुनें बनाने का मौका मिला या यूँ
कहें उनकी बनाई धुनों पर मजरूह के लिखे बोल फिट करने का
मौका. इस फिल्म के गीतों के बोल लाजवाब हैं और खास बात
ये है कि बोल सरल हैं और आसानी से ज़ुबान पर चढ जाते हैं.
गीत के बोल:
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
हम तो जुदाई में अकेले
छुप छुप के रोया करते थे
हो ओ ओ छुप छुप के रोया करते थे
क्या बतलाएं जाने जान हम तुमसे दूर रह के
क्या बतलाएं जाने जान हम तुमसे दूर रह के
अक़्सर दुआओं में ख़ुदा से
तुमको ही माँगा करते थे
हो हो तुमको ही माँगा करते थे
जो पूछती थी सखियाँ बेचारी
ये रोग कैसा तुझको है प्यारी
जो पूछती थी सखियाँ बेचारी
ये रोग कैसा तुझको है प्यारी
चुपचाप उनका मुँह देखती थी
करती भी क्या मैं बिरहा की मारी
वो दिन भी क्या दीन थे सनम
मजबूर तुम लाचार हम
बस आहें भरा करते थे
तुमको ही माँगा करते थे
हो हो तुमको ही माँगा करते थे
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
हम तो जुदाई में अकेले
छुप छुप के रोया करते थे
हो हो छुप छुप के रोया करते थे
माना जुदाई का मौसम बुरा था
उसका भी लेकिन अपना मज़ा था
माना जुदाई का मौसम बुरा था
उसका भी लेकिन अपना मज़ा था
थोड़ा तड़पना थोड़ा सिसकना
सच पूछिये तो अच्छा लगा था
क्या चीज़ है ये प्यार भी
सुख में हसीन दुःख में हसीन
न पूछो के क्या करते थे
तुमको ही माँगा करते थे
हो हो तुमको ही माँगा करते थे
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के
हम तो जुदाई में अकेले
छुप छुप के रोया करते थे
हो ओ छुप छुप के रोया करते थे
क्या बतलाएं जाने जान हम तुमसे दूर रह के
अक़्सर दुआओं में ख़ुदा से
तुमको ही माँगा करते थे
हो ओ छुप छुप के रोया करते थे
हो हो तुमको ही माँगा करते थे
हो ओ छुप छुप के रोया करते थे
हो ओ तुमको ही माँगा करते थे
हो छुप छुप के रोया करते थे
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Kya karte the saajna-Lal dupatta malmal ka 1989
Artists: Sahil Chaddha, Veverly
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