वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा-बीवी ओ बीवी १९८१
में आपने कई सार्वजनिक परिवहन के साधनों और माल ढोने वाले
वाहनों के पीछे लिखे देखे होंगे. ट्रकों के पीछे तो कई डाइलॉग भी
लिखे मिलते हैं शेर-शायरी के साथ साथ. प्रतिभा का सार्वजनिक
प्रदर्शन या तो कवि सम्मलेन-मुशायरे में, फिल्मों में, ड्रामा में या
फिर ट्रकों के पीछे ही देखने को मिलता है.
गीत की बात करते हैं. पहली पंक्ति में टायर में से हवा निकाली
जाती है और फिर दूसरी पंक्ति में थोडा सा मरहम लगाया जाता
है, ध्यान भटकाने के लिए. समय से पहले और प्रारब्ध से ज्यादा
अगर नहीं मिलता है तो क्यूँ जनता मंदिरों और बाबाओं के चक्कर
लगाती है? ऊपर वाला तो छलिया है, प्रारब्ध भी वही लिखता है
और आपको भरमाने का काम भी वही करता है. ये सब उसकी
रचाई माया है जिसमें हम सब मोहरे मात्र हैं.
गीत लिखा है निदा फाजली ने जिसकी धुन तैयार की है पंचम ने.
किशोर कुमार ने इसे बीबी ओ बीबी फिल्म के नायक रणधीर कपूर
के लिए गाया है.
गीत के बोल:
ओ हो आ हा हा हो हो हो
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
किसी को मिला है न किसी को मिलेगा
प्यार से सारा गुलशन महके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
किसी को मिला है न किसी को मिलेगा
प्यार से सारा गुलशन महके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
ग़म को हमने गीत बना कर
इस दुनिया का दिल बहलाया
ग़म को हमने गीत बना कर
इस दुनिया का दिल बहलाया
हँसते हँसाते जाने कैसे
इन गीतों में तुमको पाया
हाँ हम हैं सबके कोई न अपना
इक दिन कोई अपना मिलेगा
प्यार से सारा गुलशन बहके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
किसी को मिला है न किसी को मिलेगा
प्यार से सारा गुलशन महके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
नैन मिले और चैन गँवाया
बात पुरानी फिर भी नई है
अरे नैन मिले और चैन गँवाया
बात पुरानी फिर भी नई है
तेरी नज़र ने मेरी नज़र से
बिन बोले एक बात कही है
हाँ देख के मुझको यूँ न लजाओ
दिल पे फिर क़ाबू न रहेगा
प्यार से सारा गुलशन महके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
किसी को मिला है न किसी को मिलेगा
प्यार से सारा गुलशन महके
नफ़रत से कोई गुल न खिलेगा
वक़्त से पहले किस्मत से ज्यादा
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Waqt se pehle kismet se zyada-Biwi o biwi 1981
Artist: Randhir Kapoor, Poonam Dhillon
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