अंखियों के नूर-बड़े सरकार १९५७
किशोर साहू और कामिनी कौशल प्रमुख कलाकार हैं. फिल्म
में गीता दत्त, आशा भोंसले और रफ़ी के गाये गीत हैं.
सामान्य चेहरे मोहरे वाले नायकों में हम किशोर साहू को
भी गिन सकते हैं. उन्होएँ एक्टिंग और निर्देशन दोनों विधाओं
पर तबियत से हाथ साफ़ किया. बतौर निर्देशक वे ज्यादा
सफल रहे.
उनके निर्देशन वाली फ़िल्में हैं कुंवारा बाप, राजा, शरारत,
साजन, सिन्दूर, नदिया के पार, सावन आया रे, काली घटा,
हैमलेट, मयूरपंख, किस्मत का खेल, बड़े सरकार, दिल अपना
और प्रीत परायी, घर बसा के देखो, गृहस्थी, पूनम की रात,
हरे कांच की चूडियाँ, पुष्पांजलि और धुंए की लकीर. इनमें
से सावन आया रे तक की फ़िल्में ४० के दशक की हैं. १९४८
की नदिया के पार और १९६० की दिल पाना और प्रीत पराई
बड़ी म्यूजिकल हिट फ़िल्में रहीं.
गीत के बोल:
अंखियों के नूर
प्यार में तेरे सैयां जिया मजबूर
बोल मेरा क्या कसूर
मेरी अंखियों के नूर
प्यार में तेरे सैयां जिया मजबूर
बोल मेरा क्या कसूर
दिल तोड़ देना था तो
दिल को लुभाया क्यूँ
तूने मेरे सोये हुए
प्यार को जगाया क्यूँ
दिल तोड़ देना था तो
दिल को लुभाया क्यूँ
तूने मेरे सोये हुए
प्यार को जगाया क्यूँ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
तू ही था भरोसा मेरा
तू ही था गुरूर
बोल मेरा क्या कसूर
मेरी अंखियों के नूर
प्यार में तेरे सैयां जिया मजबूर
बोल मेरा क्या कसूर
सब से छिपाए हुए
दुःख तेरे प्यार का
खोयी खोयी फिरती हूँ
मैं सपने को हार के
सब से छिपाए हुए
दुःख तेरे प्यार का
खोयी खोयी फिरती हूँ
मैं सपने को हार के
कुछ तो बता जा
काहे मुझसे है दूर
बोल मेरा क्या कसूर
मेरी अंखियों के नूर
प्यार में तेरे सैयां जिया मजबूर
बोल मेरा क्या कसूर
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Ankhiyon ke noor-Bade sarkar 1957
Artists: Kamini Kaushal, Kishore Sahu
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