तुम्हें छोड़ के-बसेरा १९८१
पर फिल्माया गया है.
कुछ विचित्र सा संगीत है इसमें शुरू में जो ऐसा लगता है मानो
अगली शताब्दी में आने वाली किसी मोटर-साइकिल की ध्वनि
हो. गीत मधुर है इसलिए इसे चुप चाप सुन लेते हैं बिना ज्यादा
दिमाग खपाए.
किशोर कुमार और आशा भोंसले की आवाजें हैं. गुलज़ार के बोल हैं
और आर डी बर्मन का संगीत. सिंपल से गाने में भी चाँद पर बसने
की ख्वाहिश ज़ाहिर कर दी गयी है.
गीत के बोल:
तुम्हें छोड़ के हो अब जीने को जी तो नहीं
तुम्हें छोड़ के हो मर जाने को जी करता है
हो ओ ओ तुम्हारे बिना जीना मरना क्या
तुम्हें छोड़ के हो अब जीने को जी तो नहीं
तेरे प्यार में दिल जला तो जला
तेरी साँस से जिस्म भी जल गया
तेरे प्यार में दिल जला तो जला
तेरी साँस से जिस्म भी जल गया
तेरे प्यार में जलके बुझना क्या
तुम्हें छोड़ के हो यूँ जीने को जी तो नहीं
ज़मीं पे नहीं हम पुकारो हमें
चाँद हो गये हैं उतारो हमें
ज़मीं पे नहीं हम पुकारो हमें
चाँद हो गये हैं उतारो हमें
तुम जो नहीं चाँद पे बसना क्या
तुम्हें छोड़ के हो अब जीने को जी तो नहीं
आँखों ने कही और ज़ुबाँ हो गई
छोटी सी क़सम दास्ताँ हो गई
आँखों ने कही और ज़ुबाँ हो गई
छोटी सी क़सम दास्ताँ हो गई
कहते हुए दास्ताँ रुकना क्या
तुम्हें छोड़ के हो अब जीने को जी तो नहीं
रू रू रू रू
तुम्हें छोड़ के हो मर जाने को जी करता है
रू रू रू रू
हो तुम्हारे बिना जीना मरना क्या
ऊ ऊ ऊ
तुम्हें छोड़ के हो अब जीने को जी तो नहीं
हो जी तो नहीं
हो जी तो नहीं
हो जी तो नहीं
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Tumhen chhod ke-Basera 1981
Artists: Rajkiran, Poonam Dhillon
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