देखो इधर जनाब-ए-मन कहाँ खो-ज़बरदस्त १९८५
गीत सुनवा चुके हैं. आइये लगे हाथ छठवां गीत भी सुन
लें. ये किशोर कुमार की आवाज़ वाला एकल गीत है. इस
फिल्म में बहुत से नामचीन सितारे हैं. नासिर हुसैन अपने
अनूठे कथानकों के लिए जाने जाते हैं. देव आनंद का भी
कुछ ऐसा ही हाल है फ़िल्में बनाने के मामले में. नासिर
हुसैन का सफलता अनुपात बहुत ज्यादा है देव आनंद के
मुकाबले.
वैसे आपको बता दें, इस फिल्म के एक-दो गाने बहुत बजे
लेकिन फिल्म कमर्शियली सक्सेसफुल की कैटेगरी में नहीं
आती है. गीत मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखे और संगीत दिया
राहुल देव बर्मन ने. मजरूह की लेखनी में चुम्बकीय प्रभाव
ज़बरदस्त है और इस फिल्म के लोकप्रिय गीत उस बात की
ज़बरदस्त पुष्टि करते हैं.
गीत के बोल:
हाँ
देखो इधर जनाब-ए-मन कहाँ खो गये
देखो इधर जनाब-ए-मन कहाँ खो गये
जान लो के आज से मेरे हो गये तुम
जान लो के आज से मेरे हो गये तुम
ये जान भी लो ये मान भी लो
हे ये जान भी लो ये मान भी लो
हो इस तरह न जाइये के ऐ जाने जाँ
इस तरह न जाइये के ऐ जाने जाँ
तुमसा दूसरा मुझे मिलेगा कहाँ से
ज़रा तो रुको रुको सितम न करो
हे हे हे हे हे
ज़रा तो रुको सितम न करो
देखो इधर जनाब-ए-मन कहाँ खो गये
जान लो के आज से मेरे हो गये तुम
ये जान भी लो ये मान भी लो हाँ
हो आरज़ू ये थी के तुमको अपना के हाँ
आरज़ू ये थी के तुमको अपना के
इन लबों को चूमते तुम्हें प्यार करते
मिलो जो मुझे हाँ हाँ तो प्यास बुझे
हे हे हे हे हे
मिलो जो मुझे तो प्यास बुझे
देखो इधर जनाब-ए-मन कहाँ खो गये
जान लो के आज से मेरे हो गये तुम
ये जान भी लो ये मान भी लो
ये जान भी लो ये मान भी लो
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Dekhi idhar janabe man-Zabardast 1985
Artists: Rajiv Kapoor, Huma Khan, Rati Agnihotri, Rajendra Nath
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