तेरी कठपुतली हूँ-चला मुरारी हीरो बनने १९७७
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ न बोलूंगी तेरे संग डोलूँगी
हाय रे मैं हूँ तुम्हारी तू साजन है मेरा
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ न बोलूंगी तेरे संग डोलूँगी
हाय रे मैं हूँ तुम्हारी तू साजन है मेरा
बांध ली तेरे संग बलमवा जब ये प्रीत की डोरी
अब काहे का डरना जग से अब काहे की चोरी
बांध ली तेरे संग बलमवा जब ये प्रीत की डोरी
रोज़ करती हूँ तुम्हारी गलियो का फेरा
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ न बोलूंगी तेरे संग डोलूँगी
हाय रे मैं हूँ तुम्हारी तू साजन है मेरा
राम कसम मैं सच कहती हूँ सुन ले ओ हमजोली
दो दिन में तू मेरे घर पे लाया न जो डोली
राम कसम मैं सच कहती हूँ सुन ले ओ हमजोली
दो दिन में तू मेरे घर पे लाया न जो डोली
तो मायके से चल के मैं खुद मेहँदी मल के
द्वार पे तेरे ओ जुल्मी लगा दूंगी डेरा
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
हाय रे मैं हूँ तुम्हारी तू साजन है मेरा

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