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Jul 5, 2020

कितनी है प्यारी प्यारी दोस्ती हमारी-परिंदा १९८९

सन १९८९ की फिल्म परिंदा से एक गाना सुनते हैं सुरेश वाडकर
और शैलेन्द्र सिंह का गाया हुआ. इसे खुर्शीद हल्लौरी ने लिखा है
और इसकी धुन तैयार की है आर डी बर्मन ने.

फिल्म परिंदा का निर्माण और निर्देशन विधु विनोद चोपड़ा ने किया
है. परिंदा फिल्म की एडिटिंग रेणु सलूजा ने की थी जिसके लिये
उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ. आज रेणु सलूजा का जन्मदिन है.
फिल्म के लिए दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार नाना पाटेकर को मिला था.

फिल्मफेयर में फिल्म को पांच पुरस्कार मिले. रेणु सलूजा को
एडिटिंग के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला.

बाकी की बात कल करेंगे, फिलहाल गाना सुनते हैं इस फिल्म से.





गीत के बोल:

कितनी है प्यारी प्यारी दोस्ती हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी

एक दिन ज़रूर हमको मेहनत का फल मिलेगा
हम कामयाब होंगे दुनिया से गम हटेगा
जब ये अमन रहेगा
सबकी ख़ुशी में होगी यारों ख़ुशी हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी

सीढ़ी सच्ची राहें अपनाना चाहते हैं
कुछ बन के इस जहां को दिखलाना चाहते हैं
दिखलाना चाहते हैं
ताकत से डरेगा हर आदमी हमारी

दुनिया को जीतने की सादगी हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी

दिल कहता है मुझसे ऐसा भी कोई आये
जो प्यार से ये कह के मुझको गले लगाये
मुझको गले लगाये
चाँद मैं तुम्हारा तू चाँदनी हमारी
चाँद मैं तुम्हारा तू चाँदनी हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी

बढ़े हुए कदम ये हरगिज़ नहीं रुकेंगे
काटेंगे साथ जीवन जब यार से मिलेंगे
जब यार से मिलेंगे
ज़िन्दगी हम उसकी वो ज़िन्दगी हमारी
ज़िन्दगी हम उसकी वो ज़िन्दगी हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी
कितनी है प्यारी प्यारी दोस्ती हमारी
जो यार की ख़ुशी वो ख़ुशी है हमारी
……………………………………………
Kitni hai pyari pyari-Parinda 1989

Artists: Jackie Shroff, Anil Kapoor, Anupam Kher

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Nov 21, 2018

तुमसे मिल के ऐसा लगा-परिंदा १९८९

फिल्म परिंदा का कथानक वास्तविक सा बनाया गया था
इसलिए कहानी उस समय जनता को अटपटी लगी और
अमूमन फिल्म के अंत में नायक नायिका में से किसी
एक के बिछड़ने की आदत लिये दर्शक इसे आसानी से पचा
नहीं पाया. फिल्म एक दूजे के लिए के अंत में भी नायक
और नायिका दोनों मर जाते हैं, मगर वो दृश्य फिल्म के
अंतिम चरण में था, दर्शक पूरी फिल्म में दुखी नहीं रहे.

परिंदा में तो ये घटना फिल्म के अंत के काफी पहले हो
जाती है और दर्शक दुखी मन से उत्सुकता लिए ये देखने
के लिए बैठा रहता है कि दूसरा नायक इसका बदला कब
और कैसे लेगा. ये चेंज है एक जो इसे दूसरी फिल्मों से
अलग करता है.


हालांकि इस फिल्म ने ठीकठाक व्यवसाय किया और इसका
प्रस्तुत गीत सबसे ज़्यादा लोकप्रिय रहा.

गीतकार हैं खुर्शीद हल्लौरी और संगीतकार आर डी बर्मन.
इसे सुरेश वाडकर और आशा भोंसले में गाया है.

प्रस्तुत गीत १९७६ के प्रसिद्ध विलायती प्रेम गीत लियो सायर
के व्हेन आई नीड यू से प्रेरित है.



गीत के बोल:

तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के
तुमसे मिल के ऐसा लगा तुम से मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के
ऐ मेरी जाने वफ़ा
तेरी मेरी मेरी तेरी एक जान है
साथ तेरे रहेंगे सदा तुम से ना होंगे जुदा
तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के

मेरे सनम तेरी कसम छोड़ेंगे अब ना ये हाथ
ये ज़िन्दगी ला ला ला गुज़रेगी अब ला ला ला
हमदम तुम्हारे ही साथ
अपना ये वादा रहा तुमसे ना होंगे जुदा

तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के
ऐ मेरी जाने वफ़ा
तेरी मेरी मेरी तेरी एक जान है
साथ तेरे रहेंगे सदा तुम से ना होंगे जुदा
तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के

आ आ आ आ आ आ आ
मैने किया ला ला ला है रात दिन ला ला ला
बस तेरा ही इन्तज़ार
तेरे बिना आता नहीं इक पल मुझे अब क़रार
हमदम मेरा मिल गया हम तुम ना होंगे जुदा
हमदम मेरा मिल गया हम तुम ना होंगे जुदा

तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के
तुमसे मिल के ऐसा लगा तुमसे मिल के
अरमाँ हुए पूरे दिल के
ऐ मेरी जाने वफ़ा
तेरी मेरी मेरी तेरी एक जान है
साथ तेरे रहेंगे सदा तुम से ना होंगे जुदा
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला
…………………………………………………..
Tumse mil ke aisa laga-Parinda 1989

Artists: Anil Kapoor, Madhuri Dixit

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Oct 27, 2009

प्यार के मोड़ पे-परिंदा १९८९

एक गीतकार है-खुर्शीद हल्लौरी जिनका नाम सुन कर गुज़रे ज़माने
की गायिका खुर्शीद की याद आती है। इन्होने एक ही फ़िल्म में गीत
लिखे।

विधु विनोद चोपडा की फ़िल्म परिंदा जिसमे जैकी श्रोफ़, अनिल कपूर
और माधुरी दीक्षित प्रमुख कलाकार हैं। फ़िल्म में नाना पाटेकर ने भी
यादगार अभिनय किया है । इस फ़िल्म के लिए जेकी श्रोफ को सर्वेश्रेष्ठ
सहायक कलाकार का फ़िल्म फेयर पुरस्कार भी मिला ।

इसका एक युगल गीत मुझे बेहद पसंद है-प्यार के मोड़ पे । इस गीत का
फिल्मांकन भी उम्दा है । पुरूष गायक है सुरेश वाडकर। इस गाने का
तीसरा और चौथा अंतरा जो सुरेश वाडकर द्वारा गाया गया है वो इस
विडियो में उपलब्ध नहीं है। ये हिस्सा फ़िल्म में बाद में अवतरित होता है।



गाने के बोल:

प्यार के मोड़ पे, छोड़ोगे जो बाहें मेरी
तुम को ढूंढेगी, जमाने में निगाहें मेरी

ऐसा ना हो ऐ सनम, जाओ तो फ़िर आ ना सको
ऐसा ना हो ऐ सनम, जाओ तो फ़िर आ ना सको
मेरी ये तमन्ना है, तुम मेरे पास रहो
क्यूँ तुम्हे भाती नही, आज पनाहे मेरी

प्यार के मोड़ पे, छोड़ोगे जो बाहें मेरी

साथ मैं तुम्हारे हूँ, अब कोई गम ना करो
साथ मैं तुम्हारे हूँ, अब कोई गम ना करो
ख़ुद को तन्हा मेरे, होते हमदम ना करो
हो के मायूस ना दम तोड़ दे, चाहें मेरी

प्यार के मोड़ पे, छोड़ोगे जो बाहें मेरी

जिंदगी में जो कहीं और मैं खो जाऊंगा
तुम से मिलने के लिए, लौट के फ़िर आऊँगा
ए मेरी जान-ऐ-वफ़ा देखना राहें मेरी

प्यार के मोड़ पे, छोड़ोगे जो बाहें मेरी

कोई बन जाए मेरा, ऐसी तकदीर नही
दिल के आईने में अब कोई तसवीर नही
ये हकीकत है, असर खो चुकी, आहें मेरी

प्यार के मोड़ पे, छोड़ोगे जो बाहें मेरी
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Pyar ke mod par-Parinda 1989

Artists: Anil Kapoor, Madhuri Dixit

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