May 27, 2009

आप यहाँ आये किसलिये-कल आज और कल १९७१

भूत भविष्य और वर्त्तमान अर्थात तीनो पीढियां इस फिल्म में
मौजूद हैं। फिल्म बनायीं थी रणधीर कपूर ने और इसमें राज कपूर
और पृथ्वीराज कपूर ने भी अभिनय किया है। रणधीर की भावी पत्नी
बबीता भी इस फिल्म में उनके साथ हैं। १९७१ का ये प्रश्नसूचक गीत
युवाओं द्वारा बहुत पसंद किया गया था। नीरज ने इस गीत को लिखा है
और किशोर-आशा के गाये इस गीत की धुन शंकर जयकिशन के तबेले
(Stable) से निकली है।



गीत के बोल:

आशा : आप यहाँ आये किसलिये?
किशोर : आपने बुलाया इसलिये
आशा: आये हैं तो काम भी बताइये
किशोर: हां हां हां पहले ज़रा आप मुस्कुराइये
आशा: मुस्कुराने की न कोई बात है
किशोर: अजी देखिये तो क्या हसीन रात है
आशा: ओह काम तो बताइये बताइये
किशोर: न न न पहले ज़रा आप मुस्कुराइये
आशा: आप यहाँ आये किसलिये??

किशोर: तेरे बिना हाय
आशा: क्या?
किशोर: नींद नहीं आती है
आशा: अच्छा?
किशोर: याद तेरी आकर
आशा: आ हा
किशोर: रोज़ तड़पाती है
आशा: सचमुच?
किशोर: अपना बनालो
आशा: अ?
किशोर: हाथ ज़रा थाम लो
आशा: वाह वाह वाह
किशोर: बार बार देखो ना
आशा: क्या?
किशोर: दिल से ही काम लो
आशा: अरे बाबा काम तो बताइये
किशोर: काम सीधा साधा है
आशा: अच्छा?
किशोर: अजी लेना एक वादा है
आशा: क्या?
किशोर: आ जा आ जा शादी का इरादा है, शादी का इरादा है
आशा: शादी? और तुमसे?
किशोर: हां हां! शादी का इरादा है
आशा: शादी? ना बाबा ना
किशोर: मगर क्यों??
आशा: शादी तो बरबादी है
किशोर: क्या कहती हो?
आशा: नहीं जाती है आज़ादी है
किशोर: नहीं नहीं मोना! सुनो तो ...
आशा: टा टा, बाई बाई ...
किशोर: ओह हो आप यहाँ आये किसलिये
आप ने बुलाया इसलिये
आये हैं तो काम भी बताइये
पहले ज़रा आप मुस्कुराइये

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