टिर्र टुर्र वाले गाने-३ तेरी कठपुतली हूँ -चला मुरारी हीरो बनने
एक विदूषक कितना कोशिश कर ले संजीदा बनने की, अपने प्रयास में
कितना ही सफल हो जाये, जनता की नज़र में असफल ही रहता है।
ये बॉलीवुड के कुछ कटु सत्यों में से एक है। फिल्म एवम टेलिविज़न
इंस्टिट्यूट के प्रोफ़ेसर असरानी ने एक अच्छा प्रयास किया १९७७ में
'चला मुरारी हीरो बनने' फिल्म बना कर लेकिन दर्शकों ने उसको नकार
दिया। इस फिल्म में एक गाना है हेमा मालिनी के ऊपर फिल्माया गया
और लता का गया हुआ। मुझे पसंद है। इसमें भी टिर्र टुर्र की वाणी का
भरपूर प्रयोग हुआ है
गीत के बोल:
तेरी कठपुतली हूँ, नाचने निकली हूँ
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ ना बोलूंगी, तेरे संग डोलूँगी
हाय रे, मैं हूँ तुम्हारी, तू सजन है मेरा
तेरी कठपुतली हूँ, नाचने निकली हूँ
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ ना बोलूंगी, तेरे संग डोलूँगी
हाय रे, मैं हूँ तुम्हारी, तू सजन है मेरा
अब काहे का डरना जग से अब काहे की चोरी
बंद ली तेरे संग बलमवा जब ये प्रीत की डोरी
अब काहे का डरना जग से अब काहे की चोरी
बंद ली तेरे संग बलमवा जब ये प्रीत की डोरी
के बन के बावरिया, बजा के पायलिया
रोज़ करती हूँ तुम्हारी मैं गलियों का फेरा
तेरी कठपुतली हूँ, नाचने निकली हूँ
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ ना बोलूंगी, तेरे संग डोलूँगी
हाय रे, मैं हूँ तुम्हारी, तू सजन है मेरा
राम कसम मैं सच कहती हूँ सुन ले ओ हमजोली
दो दिन में तू मेरे घर पे लाना या जो डोली
राम कसम मैं सच कहती हूँ सुन ले ओ हमजोली
दो दिन में तू मेरे घर पे लाना या जो डोली
तो मइके से चाल के मैं खुद मेहँदी मलके
द्वार पे तेरे ओ जुल्मी लगा दूँगी डेरा
तेरी कठपुतली हूँ, नाचने निकली हूँ
नचा ले जैसा भी दिल चाहे अब तेरा
मैं कुछ ना बोलूंगी, तेरे संग डोलूँगी
हाय रे, मैं हूँ तुम्हारी, तू सजन है मेरा
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