कान्हा आन मिलो आन मिलो-देवदास
मस्त मलंग गीतों का अपना अलग आनंद है ।
एक भजन है फ़िल्म देवदास फ़िल्म का गीता दत्त और
मन्ना डे का गाया हुआ-आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे।
बंगला की भूमि की खुशबू लिए खड़ी बोली के मिश्रण वाले
इस गीत के रचयिता हैं साहिर लुधियानवी और संगीतकार हैं
सचिन देव बर्मन। गीत का आनंद उठायें ।
गीत के बोल:
आन मिलो आन मिलो
श्याम सांवरे,आन मिलो
आन मिलो आन मिलो
श्याम सांवरे
बृज में अकेले राधे खोयी खोयी फिरे
राधे खोयी खोयी फिरे,
ओ कान्हा आन मिलो आन मिलो..........
वृन्दावन की गलियां में तुम बिन जियरा न लगे
हो जियरा न लागे
निस दिन तुम्हारे बाट निहारे व्याकुल नैन अभागे
हो व्याकुल नैन अभागे
अब ही ऐसी दशा है मन की
का हुई है फ़िर आगे रे
बृज में अकेली राधे.................
अजहूँ जो न भेजे मोहन तैनें कोई खबरिया
अजहूँ जो न भेजे मोहन तैनें कोई खबरिया
तैने कोई खबरिया
खोजई है एक बृज की बाला
रो रो कर बावरिया
रो रो कर बावरिया
धीर बंधा जा, धीर बंधा जा
मुख दिखला जा, नट नागर संवारिये रे,
बृज में राधे अकेली खोयी खोयी फिरे,
ओ राधे खोयी खोयी फिरे
ओ कान्हा आन मिलो आन मिलो
श्याम सांवरे , आन मिलो
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