कहे तोसे सजना-मैंने प्यार किया १९८९
तो सबसे ज्यादा सुना-कबूतर जा जा जा और अब शायद इस गाने
को सबसे ज्यादा सुनता हूँ । इसकी गायिका हैं शारदा सिन्हा । उनको
राम लक्ष्मण कहाँ से ढूंढ लाये ये खोज का विषय हो सकता है ।
उनकी आवाज़ में अलग सी कशिश है। इसके अलावा उनके गाये
गीत मुझे हिन्दी फिल्मों में अभी तक सुनने को नहीं मिले हैं ।
वे भोजपुरी क्षेत्र की प्रसिद्ध गायिका हैं।
ये गीत शारदा सिन्हा ने गाया है ये बात मुझे जबसे फ़िल्म देखी
तभी से मालूम है । मुझे शुरू से ही थोडी अलग हट के सुनाई
देने वाली आवाजें प्रभावित करती रही हैं, शायद इसलिए मुझे
जोहरा बाई अम्बालेवाली, शमशाद बेगम, जगजीत कौर, सपना अवस्थी,
रेशमा, सुनिधि चौहान , पॉप गायिका सुनीता राव और शास्त्रीय गायिका
शुभा मुदगल की आवाजें समान रूप से भाती हैं।
इसके विडियो को देखने के बाद मुझे ये और भी अच्छा लगने लगा.
इसमे हो रही हीरो की जद्दो-जहद और नायिका की बेबसी के भाव
इस गाने में प्राण फूंकते हैं। गाना अपने आप में फ़िल्म का पूरा
ट्रेलर है. इसके निर्देशन के लिए निर्देशक सूरज बड़जात्या प्रशंसा के
पात्र हैं। गीत असद भोपाली ने लिखा है.
गाने के बोल:
कहे तोसे सजना
कहे तोसे सजना,ये तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां मैं
पग पग लिए जाऊं, तोहरी बलैयां
मगन अपनी धुन में रहे मोरा सैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
बदरिया सी बरसूँ
हो, बदरिया सी बरसूँ, घटा बन के छाऊँ
जिया तो ये चाहे, तोहे अंग लगाऊं
लाज निगोड़ी मोरी , रोके है पैयां
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मैं जग की कोई रीत ना जानूं,
मैं जग की कोई
हो, मैं जग की कोई रीत ना जानूं
मांग का तोहे सिन्दूर मानूं
तू ही चूडियाँ मोरी, तू ही कलियाँ
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां, मैं
पग पग लिए जाऊं,तोहरी बलैयां
मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
मोहे लागे प्यारे
हो, मोहे लागे प्यारे, सभी रंग तिहारे
दुःख सुख में हर पल, रहूँ संग पिया रे
दरदवा को बांटे, उमर लरकैयां
हो हो, पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
कहे तोहसे सजना, यह तोहरी सजनिया
पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
पग पग लिए जाऊँ, तोहरी बलैयां
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