तुम अगर मुझको न चाहो -दिल ही तो है १९६३
सभी तरह के भावों पर गाने बन चुके हैं। जो बाकी थे वो नई
हिन्दी अंग्रेज़ी मिश्रित फिल्मों ने पूरे कर दिए हैं। भावों का मिश्रण
जब होता है तो कुछ नया सा महसूस होता है। इस गाने के साथ
भी ऐसा ही कुछ है। इसमे नायक, नायिका को प्यार और शिकायत
भरी धमकी दे रहा है। अब प्यार मिली धमकी कुछ अलग हट के
लिखने वाले ही सोच सकते हैं। साहिर लुधियानवी इन बोलों के लिए
जिम्मेदार हैं और रोशन ने इसकी धुन बनाई है। गायक हैं मुकेश। ये
गीत अपने अलग अंदाज़ के कारण मशहूर हुआ है। नूतन इस गाने में
अपने अभिनय के जौहर दिखा रही हैं। ये गीत ऐसा है कि इसपे शायद
नूतन के अलावा आप और किसी अभिनेत्री की कल्पना नहीं कर सकते।
गाने के बोल
तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
अब अगर मेल नहीं है तो जुदाई भी नहीं
बात तोड़ी भी नहीं तुमने बनाई भी नहीं
यह सहारा ही बहुत है मेरे जीने के लिए
तुम अगर मेरी नहीं हो तो परायी भी नहीं
मेरे दिल को न सराहो, मेरे दिल को न सराहो
तो कोई बात नहीं, तो कोई बात नहीं
गैर के दिल को सराहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम हसीं हो तुम्हे सब प्यार भी करते होंगे
में जो मरता हूँ तो क्या और भी मरते होंगे
सबकी आंखों में इसी शोख का तूफ़ान होगा
सबके सीने में यही दर्द उभरते होंगे
मेरे ग़म में न कराहो, मेरे ग़म में न कराहो
तो कोई बात नहीं, तो कोई बात नहीं
और के ग़म में कराहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
फूल की तरह हंसो सबकी निगाहों में रहो
अपनी मासूम जवानी की पनाहों में रहो
मुझको वो दिन न दिखाना तुम्हें अपनी ही कसम
मैं तरसता रहूँ तुम गैर की बाहों में रहो
तुम जो मुझसे न निबाहो, तुम जो मुझसे न निबाहो
तो कोई बात नही, तो कोई बात नही
किसी दुश्मन से निबाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
.....................................
Tum agar mujhko na chaho-Dil hi to hai 1963
0 comments:
Post a Comment