Jan 10, 2010

रूप ये तेरा जिसने बनाया-संजोग १९७२

अमिताभ बच्चन और माला सिन्हा की जोड़ी ! ढलती उम्र की
माला सिन्हा और चढ़ती उम्र के अमिताभ की जोड़ी थोड़ी
अजीब सी लगी इस फिल्म में। निर्माता निर्देशक एस एस बालन
ने थोड़ी सी ही फ़िल्में बनाई हिंदी में जैसे, औरत(१९६७),
लाखों में एक(१९७१), तीन बहुरानियाँ(१९६८)। इनमे से
कोई भी हिट फिल्म नहीं है। जो भी हो, ये गीत सुनने
लायक है और इसे गाया है किशोर कुमार ने। गीतकार हैं
आनंद बक्षी और संगीत है राहुल देव बर्मन का।



गीत के बोल:

रूप ये तेरा जिसने बनाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
रंग ये तेरा जिसने सजाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूम
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूम

रूप ये तेरा

कारी कारी रतियाँ से काजल चुराया
तेरी प्यारी प्यारी अखियों में लगाया
कारी कारी रतियाँ से काजल चुराया
तेरी प्यारी प्यारी अखियों में लगाया
आ हा हा हा हा, आ हा हा हा, आ हा हा
मुख पे सवेरा जिसने सजाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं

रूप ये तेरा

सुन्दर ऐसी कोई कविता नहीं है
चंचल ऐसी कोई सरिता नहीं है
सुन्दर ऐसी कोई कविता नहीं है
चंचल ऐसी कोई सरिता नहीं है
आ हा हा हा हा, आ हा हा हा, ए हे हे
अंग अंग तेरा जिसने बनाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं

रूप ये तेरा

गोरा बदन जैसे शीशे का प्याला
बन गया मैं तो बिन पिए मतवाला
गोरा बदन जैसे शीशे का प्याला
बन गया मैं तो बिन पिए मतवाला
ए हे हे हे हे, उहं हूँ हूँ हूँ, ए हे हे
हाल ये मेरा जिसने बनाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं

रूप ये तेरा जिसने बनाया वो
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं
कहीं मिल जाए तो हाथ चूम लूं

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