गम छुपाते रहो-नजराना प्यार का १९८०
एक प्रेरणादायक गीत १९८० की फिल्म नजराना प्यार से।
रफ़ी और आशा की आवाजों वाले इस गीत की धुन बनायीं
है हेमंत भोंसले ने। गीत परदे पर राज बब्बर गा रहे हैं।
अरुणा ईरानी नाम की नायिका परदे पर उनके साथ नज़र
आ रही हैं। श्रोताओं में आपको विजयेन्द्र घाटगे और देवेन
वर्मा नज़र आयेंगे। गीत निदा फ़ाज़ली ने लिखा है। हेमंत भोंसले
आशा भोंसले के सुपुत्र हैं और ८० के दशक में सक्रिय रहे।
गीत के बोल:
गम छुपाते रहो, गम छुपाते रहो
गम छुपाते रहो
मुस्कुराते रहो, मुस्कुराते रहो
ज़िन्दगी गीत है, ज़िन्दगी गीत है
इसको गाते रहो, इसको गाते रहो
गम छुपाते रहो, मुस्कुराते रहो
गम से ख़ाली ज़माने में कोई नहीं
वो हसीं कौन सी है जो रोई नहीं
गम से खाली ज़माने में कोई नहीं
वो हसीं कौन सी है जो रोई नहीं
यूँ जियो दूसरों को हंसाते रहो
मुस्कुराते रहो, मुस्कुराते रहो
ज़िन्दगी गीत है, ज़िन्दगी गीत है
इसको गाते रहो, इसको गाते रहो
गम छुपाते रहो, मुस्कुराते रहो
हर जगह वक़्त की अपनी रफ़्तार है
ये कभी गैर है ये कभी यार है
हर जगह वक़्त की अपनी रफ़्तार है
ये कभी गैर है ये कभी यार है
गैर से यार बनके निभाते रहो
गम छुपाते रहो, मुस्कुराते रहो
ज़िन्दगी गीत है, ज़िन्दगी गीत है
इसको गाते रहो, इसको गाते रहो
गम छुपाते रहो, मुस्कुराते रहो
कौनसी आंख है जिसमे सपना नहीं
सब हैं अपने मगर कोई अपना नहीं
कौनसी आंख है जिसमे सपना नहीं
सब हैं अपने मगर कोई अपना नहीं
आंसुओं को तबस्सुम बनाते रहो
मुस्कुराते रहो, मुस्कुराते रहो
गम छुपाते रहो, गम छुपाते रहो
मुस्कुराते रहो, मुस्कुराते रहो
ज़िन्दगी गीत है, ज़िन्दगी गीत है
इसको गाते रहो, इसको गाते रहो
गम छुपाते रहो
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