Jan 8, 2010

चली आना तू पान की दुकान पे -आज का अर्जुन १९९०

पान की दुकान हमेशा से आम जनता की एक प्रिय स्थली रही है
यहाँ जाने वालों और खड़े रहने वालों के उद्देश्य भिन्न भिन्न होते
हैं। कोई अख़बार की नयी ख़बरों पर चर्चा करता मिल जायेगा, तो
कोई सामाजिक व्यवस्था का रोना रोता हुआ। किसी भी गली मोहल्ले
का एक छोटा सूचना केंद्र होता है ये। यहीं से किसी व्यक्ति के चारित्रिक
हनन की कारवाई शुरू की जाती है, जानकारियों को मसाला लगा के।
पान की बिक्री कम होने से वहां एक व्यक्ति के खड़े होने का औसत
समय भी कम हो गया है। अब ज्यादातर सिगरेट पीने वाले ही धुंए का
छल्ला बनाते नज़र आते हैं । पान मसाले के पाउच खाने वाले व्यक्ति
फटाफट पाउच लेकर चलते बनते हैं। इस गीत का संगीत तैयार किया है
बप्पी लहरी ने।



गीत के बोल:

हे हे, हो हो , ओये ओये ओये ओये
पलट तेरा ध्यान किधर है गोरी

सूट बूट यह इंग्लिस्तानी, मेरा नाम है भीमा
याने नेम माय है भीमा, टोपी लंदन वाली
तेरे लिए क्या रूप है बदला,
देख ओ ढाबेवाली, अरे रुक रुक
चली आना प् प् प् प् पान पान, प् प् प् प् पान पान
चली आना तू पान की दुकान पे
हे हे हे हे... साड़े तीन बजे
रस्ता देखूंगा मैं
रस्ता देखूंगा मैं पान की दुकान पे,
साड़े तीन बाजे
चली आना तू पान की दुकान पे
साड़े ऊंह, साड़े म्म, साड़े तीन बाजे

तू आ, धिनक धिन धा, चली आ, धिनक धिन धा
काहे गुस्सा करे फिजूल, मैंने मान ली अपनी भूल
मेरा प्यार है सच्चा प्यार, करले मेरा प्यार काबुल
हो हो हो हो, ओह ओह हो ओ
काहे गुस्सा करे फिजूल, मैंने मान ली अपनी भूल
मेरा प्यार है सच्चा प्यार, करले मेरा प्यार कबूल
अपनी जोड़ी खूब जमेगी
अपनी जोड़ी खूब जमेगी मैं भंवरा तू फूल
चली आना प् प् प् प् पान पान, प् प् प् प् पान पान
चली आना तू पान की दुकान पे
हे हे हे हे, साड़े तीन बाजे
रस्ता देखूंगा मैं पान की दुकान पे
साड़े ऊंह, साड़े म्म, साड़े तीन बजे


नखरेवाली नखरा छोड़, काहे इतना करे गुमान
दीवाने का दिल ना तोड़, अब तो दिल का कहना मान
हो हो हो हो ओह ओह हो ओ ओ
नखरेवाली नखरा छोड़, काहे इतना करे गुमान
दीवाने का दिल ना तोड़, अब्ब तो दिल का कहना मान
तडपाया तो तड़प तड़प के ओ ओ ओ
तडपाया तो तड़प तड़पकर दे दूंगा मैं जां
हो आऊंगी रे,
हो आऊँगी रे मैं पान की दुकान पे,
साड़े, साड़े, साड़े तीन बजे
हो रस्ता देखूँगी में पान के दुकान पे,
साड़े तीन बजे

डोंगर ऊपर डोंगरी, छोरे पे मर गयी छोकरी
हाँ, डोंगर ऊपर डोंगरी, छोरे पे मर गयी छोकरी
डोंगर ऊपर डोंगरी, छोरे पे मर गयी छोकरी
डोंगर ऊपर डोंगरी, छोरे पे मर गयी छोकरी
टा टा, ना ना, टा टा ,
रुक रुक रुक रुक गोरी

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