दिलबर दिल से प्यारे-कारवाँ १९७१
आपके लिए. ये गीत अरुणा ईरानी के ऊपर फिल्माया गया
है जो बॉलीवुड के एसेन्शियल एलेमेन्ट जैसे कलाकारों में से
एक रही हैं. कुछ दिन पहले ही आपको जीतेंद्र की फिल्म का
एक गीत सुनवाया था जिसका संगीत भी राहुल देव बर्मन ने
तैयार किया था इस गीत की तरह.
इस गीत के गीतकार अलग हैं और वे हैं-मजरूह सुल्तानपुरी
जिन्होंने बड़े और छोटे दोनों बर्मन के लिए काफी गीत लिखे.
प्रस्तुत गीत की एक विशेषता है-ओवरलैपिंग. उस समय के
संसाधनों में ही संगीतकार ने दो बार रेकोर्डिंग करके गायिका
की आवाज़ को इस तरह से प्रस्तुत किया कि लगता है दो
गायिकाएं एक साथ गा रही हों. इस फेनोमेना की दास्तान
विस्तृत रूप से उपलब्ध है नेट पर, आप चाहें तो खोज कर
पढ़ सकते हैं.
गीत के बोल:
दिलबर दिल से प्यारे
दिल की सुनता जा रे
सारी दुनिया हारी हमसे
हम तुझपे दिल हारे
दिलबर दिल से प्यारे
गहरी नैनों वाले, लहरी-लहरी नैनों वाले
अरे, हाँ हाँ, यक यक दिन गिनती रहूँ सदा
जबसे मैं तुझपे हुई फ़िदा
ओ सुनता है रे बबुआ, तू ही मेरा न हुआ
नहीं जग में क्या नहीं होता रे, हे हे
दिलबर दिल से प्यारे
दिल की सुनता जा रे
सारी दुनिया हारी हमसे
हम तुझपे दिल हारे
दिलबर दिल से प्यारे
ओ तक-तक रहूँ चुनरी हरी-हरी
ओ दिखलाऊँ बैईयाँ भरी-भरी
ओ मोहे छू ले सजना, गुस्सा है क्यों इतना
जो मर रही उसको क्यों मारे
दिलबर दिल से प्यारे
दिल की सुनता जा रे
सारी दुनिया हारी हमसे
हम तुझपे दिल हारे
दिलबर दिल से प्यारे
ओ नस-नस मेरी सुलगे ऐसे पिया
ओ जली बनके लकड़ी जैसे पिया
ओ क्यों सुलगाए मुझको, मेरी लग जाए तुझको
रहे तू भी जलता बुझता रे
दिलबर दिल से प्यारे
दिल की सुनता जा रे
सारी दुनिया हारी हमसे
हम तुझपे दिल हारे
दिलबर दिल से प्यारे
गहरी नैनों वाले, लहरी-लहरी नैनों वाले
दिलबर दिल से प्यारे, दिलबर
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Dilvar dil se pyare-Caravan 1971
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