देखिये तो क्या अजीब हाल है-कल आज और कल १९७१
से. इसमें उनका गाया केवल यही गीत है. राज कपूर के लिए
संगीतकार मुकेश की आवाज़ लिया करते थे. ये गीत संगीतकार
ने मन्ना से गवाया. शंकर जयकिशन ने मन्ना की आवाज़ के
गीत राज कपूर के लिए और भी बनाये-चोरी चोरी आपको याद
होगी जिसमें तीन युगल गीत हैं मन्ना-लता के. उसके अलावा
फिल्म मेरा नाम जोकर में मन्ना डे के दो एकल गीत हैं.
रणधीर कपूर ने इस फिल्म को बनाया था और इसमें उनके पिता
और दादा भी मौजूद हैं. नीरज ने गीत लिखा है और कुछ कुछ
दर्शंनवादी सा जान पड़ता है यह.
देखिये तो क्या अजीब हाल है
सोचिये तो क्या अजीब बात है
एक पाँव चल रहा अलग अलग
दूसरा किसी के साथ है
देखिये तो क्या अजीब हाल है
सोचिये तो क्या अजीब बात है
एक पाँव चल रहा अलग अलग
दूसरा किसी के साथ है
देखिये तो क्या अजीब हाल है
एक डाल इस कदर फूली फली
एक एक पात फूल बन गया
एक डाल इस कदर फूली फली
एक एक पात फूल बन गया
एक डाल मगर इस कदर लुटी
एक एक फूल झड गया
आज और कल की धूप छाँव में
इसलिए समय के सूने गाँव में
एक पाँव चल रहा अलग अलग
दूसरा किसी के साथ है
देखिये तो क्या अजीब हाल है
एक हवा चली के खिल उठा चमन
एक हवा चली के सब उजड गया
एक कदम उठा के राह मिल गयी
एक कदम उठा के पथ बिछड गया
एक हवा चली के खिल उठा चमन
एक हवा चली के सब उजड गया
एक कदम उठा के राह मिल गयी
एक कदम उठा के पथ बिछड गया
इसलिए दिलों की जीत हार में इसलिए
इसलिए किसी के प्यार में
एक पाँव चल रहा अलग अलग
दूसरा किसी के साथ है
देखिये तो क्या अजीब हाल है
सोचिये तो क्या अजीब बात है
एक पाँव चल रहा अलग अलग
दूसरा किसी के साथ है
देखिये तो क्या अजीब हाल है
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Dekhiye to kya ajeeb haal hai-kal aaj aur kal 1971
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