Mar 30, 2016

धक् धक् करने लगा-बेटा १९९२

जिस गीत ने माधुरी दीक्षित को धक् धक् गर्ल बनाया वो गीत
आज सुनेंगे और देखेंगे. उसके पहले तक वे १-२-३ गर्ल के नाम
से भी जानी जाती थीं. ये १-२-३ की गिनती वाला गीत भी बेहद
लोकप्रिय हुआ था जो फिल्म तेज़ाब में था. संयोग से इस फिल्म
में भी अनिल कपूर ही नायक थे माधुरी के साथ.

ऊह आह आउच सीरीज़ वाला ये गीत ज़बरदस्त हिट गीत है और
आज भी कभी कभी सुनाई दे जाता है. इसे जनता माइलस्टोन
सोंग कहती है. माइलस्टोन सोंग वो जो माइल-माइल किलोमीटर-
किलोमीटर पर बजता मिले. ये एक समय हर गली नुक्कड़ पर
बजा करता था.

गीत समीर ने लिखा है और इसकी तर्ज़ बनायीं है आनंद मिलिंद
ने. आनंद मिलिंद के लिए तो ९० का दशक शानदार रहा है और
ये फिल्म उनकी बड़ी हिट फिल्मों में से है. रोजी रोटी वाली फ़िल्में
उन्होंने बहुत की हैं, ये केक-पेस्ट्री वाली फिल्म थी.



गीत के बोल:


आउच
हो धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा
अरे रे धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा
सैंया बैंया छोड़ ना, कच्ची कलियाँ तोड़ ना
सैंया बैंया छोड़ ना, कच्ची कलियाँ तोड़ ना

दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
तू है मेरी दिलरुबा क्या लगती है, वाह रे वाह
तू है मेरी दिलरुबा क्या लगती है, वाह रे वाह

धक-धक करने लगा, हो मोरा जियरा डरने लगा

अपना कहा जो पिया तूने मुझे
मैं मीठे-मीठे सपने सजाने लगी
देखा मेरी रानी जब मैंने तुझे
मेरी सोई-सोई धड़कन गाने लगी
जादू तेरा छाने लगा
मेरी नस-नस में समाने लगा
ख़ुद को मैं भुलाने लगा
तुझे साँसों में बसाने लगा
रिश्ता, अब ये रिश्ता
साथी टूटेगा न तोड़े कभी

दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
अरे रे धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा

उलझी है काली-काली लट तेरी
ज़रा इन ज़ुल्फ़ों को सुलझाने तो दे
इतनी भी क्या है जल्दी तुझे
घड़ी अपने मिलन की तु आने तो दे
ऐसे न बहाने बना, मेरी रानी
अब तो बाहों में आ
ऐसे न निगाहें मिला
कोई देखेगा तो सोचेगा क्या
मस्ती छाई है मस्ती
आके लग जा गले से अभी

धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा
धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा

सैंया बैंया छोड़ ना, कच्ची कलियाँ तोड़ ना
सैंया बैंया छोड़ ना, कच्ची कलियाँ तोड़ ना

दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
तू है मेरी दिलरुबा क्या लगती है, वाह रे वाह
तू है मेरी दिलरुबा क्या लगती है, वाह रे वाह

धक-धक करने लगा हो मोरा जियरा डरने लगा
दिल से दिल मिल गया मुझसे कैसी ये हया
……………………………………………………….
Dhak dhak karne laga-Beta 1992

1 comments:

शैलजा,  February 10, 2018 at 6:32 PM  

क्यूट माधुरी

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