बड़ी सूनी सूनी है-मिली १९७५
दशक तक बनी रही फिल्म संगीत क्षेत्र में. ये श्रेय उनके अलावा केवल
एक और संगीतकार को जाता है-नौशाद. नौशाद तो आगे तक चले
और २००० में भी उनका संगीत सुनाई दिया एक फिल्म में. नौशाद
ने सचिन देव बर्मन से काफी पहले पदार्पण किया था फिल्म संगीत
क्षेत्र में.
सचिन देव बर्मन की खूबी रही वे समय के अनुसार अपने संगीत
में बदलाव करते चले मगर अपनी भारतीयता की मर्यादाएं उन्होंने
बनाये रखीं. इसी वजह से उनके बनाये गीत आज भी लोकप्रिय हैं.
निरंतरता अगर दोनों की खूबी रही तो उनकी फैन-फौलोविंग भी बनी
रही समय के साथ. नौशाद ७० के दशक में थोडा धीमे हो गए और
८० के दशक में आई फिल्म धर्मकांटा से पहले तक फ़िल्मी जनता
उनको भूलना शुरू कर चुकी थी. फिल्मी जनता से तात्पर्य है फिल्म
जगत के निर्माता-निर्देशक.
प्रस्तुत गीत उनका कम्पोज किया हुआ अंतिम फ़िल्मी गीत है, मिली
ज़ल्दी रिलीज़ हो गयी. उनके संगीत से सजी २-३ फ़िल्में बाद में आईं
ये भी एक सयोग ही है उनका अंतिम गीत जिंदगी की थीम पर है.
गीत योगेश का लिखा हुआ है.
गीत के बोल:
बड़ी सूनी सूनी है ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी
मैं खुद से हूँ यहाँ अजनबी अजनबी
बड़ी सूनी सूनी है
कभी एक पल भी
कहीं ये उदासी दिल मेरा भूले
कभी मुस्कुराकर दबे पाँव आकर
दुःख मुझे छू ले
न कर मुझसे ग़म मेरे
दिल्लगी ये दिल्लगी
बड़ी सूनी सूनी है
कभी मैं न सोया
कहीं मुझसे खोया सुख मेरा ऐसे
पता नाम लिख कर कहीं यूँ ही रख कर
भूले कोई जैसे
अजब दुख भरी है ये
बेबसी ये बेबसी
बड़ी सूनी सूनी है ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी
मैं खुद से हूँ यहाँ अजनबी अजनबी
बड़ी सूनी सूनी है
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Badi sooni sooni hai-Mili 1975
Artists: Amitabh Bachchan, Jaya Bhaduri
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