कच्ची कली कचनार की-हंगामा १९७१
जिक्र अक्सर होता रहता है. कचनार की कली का जिक्र कम
गीतों में है. सन १९७१ की फिल्म हंगामा में मन्ना डे ने एक
गीत गाया है इस पर.
गौरतलब है. हंगामा नाम से तीन फ़िल्में उपलब्ध हैं. लगभग
२० साल का अंतर है तीनों के अवतरित होने में. यानि हर एक
पीढ़ी के लिए हंगामा.
प्रस्तुत गीत अनजान का लिखा हुआ है और इसके संगीतकार हैं
राहुल देव बर्मन. गीत में आशा भोंसले की आवाज़ भी है.
गीत के बोल:
कच्ची कली कचनार की हाय हाय
कच्ची कली कचनार की
अरे क्या समझेगी बातें प्यार की
अरे क्या समझेगी बातें प्यार की
कच्ची कली कचनार की हाय रे
हाय रे कच्ची कली कचनार की
हो कुछ दिन संभाल जिया खिलने तो दे रसिया
कुछ दिन संभाल जिया खिलने तो दे रसिया
आने तो दे रुत बहार की
आएगी आएगी
कच्ची कली कचनार की
का का का का कच्ची कली कचनार की
ककक ककक
चेहरा गोरा गोरा चुनरी धानी धानी
तेरे आगे गोरी चन्दा भरे पानी
यूँ ना जाल बिछा यूँ ना बात बढ़ा
हमको प्यार का ये तू न पाठ पढ़ा
तेरी समझ है उधार की
क्यूँ छेड़े बातें प्यार की
अरे क्या समझेगी बातें प्यार की
क्या समझेगी बातें प्यार की
कच्ची कली कचनार की हे हे हे
कच्ची कली कचनार की
खुशबू मेरी उडी महकी गली गली
बहके लोग जहाँ मेरी बात चली
हाँ जाने किसकी उम्र तेरे साथ कटे
जाने किसको मिले जाने किसपे लूटे
दौलत ये सोलह सिंगार की
कच्ची कली कचनार की
अरे क्या समझेगी बातें प्यार की
क्या समझेगी बातें प्यार की
कच्ची कली कचनार की ही ही
कच्ची कली कचनार की
कच कच कच कच
खिल के तेरी उम्र जिस दिन फूल बने
चाहे लाख तुझे तू बस मुझको चूमे
सोचूंगी ये कभी वो दिन आने तो दे
बचपन जाने को है बचपन जाने तो दे
घड़ियाँ कटे ना इंतज़ार की
कच्ची कली कचनार की
हो कुछ दिन संभाल जिया खिलने तो दे रसिया
कुछ दिन संभाल जिया खिलने तो दे रसिया
आने तो दे रुत बहार की
आएगी आएगी
कच्ची कली कचनार की
का का का का कच्ची कली कचनार की
ककक ककक
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Kachchi kali kachnar ki-Hangama 1971
Artists: Helen, Mehmood
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