मल दे गुलाल मोहे-कामचोर १९८२
से. अपने समय का और चूंकि ये होली गीत है अतः होली
के अवसर पर जगह जगह बजता मिल जाता है.
फिल्म के कथानक पर हम पिछले पोस्टों में टोर्च हैलोजन
की रौशनी डाल चुके हैं अतः इस गीत को बिना किसी लंबे
निबंध के सुन लेते हैं.
किशोर कुमार और लता मंगेशकर की आवाजें प्रमुख हैं इस
गीत में जिसे इन्दीवर ने लिखा है. इसकी धुन राजेश रोशन
ने बनाई है. वीडियो गीत में पहला अन्तरा गायब है.
गीत के बोल:
मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
आई होली आई रे
चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे
सात रंग सात फूल आज मिले साथ रे
बजने लगी बांसुरी जमने लगी बात रे
हो ओ ओ ओ
भीगी भीगी पवन सारी
भीगी भीगी पवन सारी
के आई होली आई रे
मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
आज कोई उनको भी भेज दे संदेस रे
राह तके दुल्हनिया जाने को परदेस रे
ओ ओ ओ ओ
आई आई रे याद आई
आई आई रे याद आई
ऐ आई होली आई रे
चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे
प्यार से गले मिलो भेदभाव छोड़ दो
लोक लाज की दीवार आज सनम तोड़ दो
रहे दामन न कोई खाली
रहे दामन न कोई खाली
के आई होली आई रे
मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
हो ओ ओ ओ ओ ओ
चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे
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Mal de gulaal mohe-Kaamchor 1982
Artists: Rakesh Roshan, Jaya Prada, Nita Mehta, Suresh Oberoi
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