तुम मेरे स्वामी-कामचोर १९८२
की दुनिया में खोया रहता है, खयाली पुलाव पकाता रहता
है.
कामचोर फिल्म एक सन्देश देती है. वैसे तो हर फिल्म
एक ना एक सन्देश ज़रूर देती है. सार्थक फिल्म सन्देश
देती है-फिल्म पूरी देखो. कूड़ा फिल्म भी सन्देश देती है
-जल्दी उठ के भाग जाओ.
इन्दीवर का गीत है और राजेश रोशन का संगीत. गीत का
फिल्मांकन बढ़िया है और सेल्फ एक्स्प्लेनेट्री है. इसके लिए
किसी निबंध की ज़रूरत नहीं है.
गीत के बोल:
तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
दुनिया का दस्तूर पुराना
मौसम संग बदले ज़माना
दुनिया का दस्तूर पुराना
मौसम संग बदले ज़माना
हम तुम न बदलेंगे बदले जग सारा
वादा रहा ये हमारा तुम्हारा
तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
हैरान हूँ मैं और परेशां
इतनी हो सुन्दर मेरी जां
हैरान हूँ मैं और परेशां
इतनी हो सुन्दर मेरी जां
यही प्यार की तुझपे छाया करूँगा
सूरज किरण को भी छूने न दूंगा
तू प्रीत मेरी मैं मीत तेरा
संग संग रहेंगे हम यूं ही सदा
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
मेरे सजन का ये आँगन
तुलसी के जितना है पवन
मेरे साजन का ये आँगन
तुलसी के जितना है पावन
जलती रहे यह ज्योत आरती की
बरसात होती रहे यूँ ख़ुशी की
तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
………………………………………….
Tum mere swami-Kaamchor 1982
Artists: Jaya Prada, Rakesh Roshan
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