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Jul 18, 2016

बूँद बूँद-रॉय २०१५

बूँद बूँद पानी टपका करता है और बूँद बूँद बहुत सी चीज़ें
टपक सकती हैं, जैसे किसी की भावनाएं. बच्चों की नाक
भी खूबसूरत तरीके से बूँद बूँद टपका करती है. सरकारी
नल बंद होने के बाद ज्यादा टपका करते हैं.

बूँद बूँद किसी का टपकना अच्छा कंसेप्ट है. आजकल के
लेखन में भिन्नता है. जो कुछ पहले के फ़िल्मी गीतकार
नहीं लिख पाए वो सब आज लिखा जा रहा है. उन्मुक्त
और स्वछन्द शैली है लेखन की.

खूबसूरत गीत लिखा है अभेन्द्र कुमार उपाध्याय ने और
गीत की तर्ज़ बनायीं है गुणी संगीतकार अंकित तिवारी
ने. वे अपनी पीढ़ी के एक प्रतिभाशाली युवक हैं जो कि
हर प्रकार का संगीत देने में समर्थ हैं.

आजकल के संगीतकारों में खुद गाने का चलन काफी है
और इस मामले में अंकित दूसरों से थोडा आगे हैं. वे
काफी गायकों का काम खुद कर लेते हैं.

वीडियो के नीचे किसी ने कमेन्ट लिखा कि ये गीत लाना
डेल रे के गीत ब्लू जींस से मिलता जुलता है. आप ही
पता लगाइए सुन के. मिलता जुलता का मतलब प्रेरित
होना होता है. नोट टू नोट कोपी अलग चीज़ होती है.






गीत के बोल:

बूँद बूँद कर के मुझमें गिरना तेरा
और मुझमें मुझसे ज़्यादा होना तेरा
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आ जा तुझको पी लूँ मन मेरा कहे

मैं ना बचा मुझमें थोड़ा सा भी
देख तू ना बचा तुझमें भी
जलने लगा गर्म साँसों से मैं
तू पिघलने लगा मुझमें ही

क़तरा क़तरा मैं जलूँ शर्म से तेरे मिलूं
जिस्म तेरा मोम का पिघला दूँ
करवटें भी तंग हो रात भर तू संग हो
तेरे हर एक अंग को सुलगा दूँ
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आ जा तुझको पी लूँ मन मेरा कहे

होने दे कुछ गलतियाँ रेंगती ये उँगलियाँ
जिस्म के तू दरमियां ठहरा दे
लम्हा कोई गरम तू या उबलती बर्फ तू
मुझपे हो जा खर्च तू यूँ आ के
भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे
आ जा तुझको पी लूँ मन मेरा कहे
..........................................................................
Boond boond-Roy 2015

Artists: Arjun Rampal, Jacqueline Fernandez

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Jun 23, 2016

तू है के नहीं-रॉय २०१५

गीत को देख के ऐसा लगा जैसे आपको सुनवा चुका हूँ. सूची में
देखा तो मालूम पड़ा रॉय फिल्म का केवल एक ही गीत सुना है
हमने अभी तक.

सुनते हैं दूसरा गीत जिसे अंकित तिवारी संग तुलसी कुमार ने
गाया है. युगल गीत है ये जिसे लिखा है अभेन्द्र उपाध्याय ने.
अंकित तिवारी जिन्होंने इसे कम्पोज किया है काफी गीत गा चुके
हैं फिल्मों में. श्रेणी के हिसाब से ये संगीतकार-गायक श्रेणी का
गीत है. आजकल के लगभग सभी संगीतकार गीत गाते हैं और
सफलतापूर्वक गाते हैं. एक फायदा इससे ये भी होता है गायक का
मेहनताना बच जाता है.


गीत रणवीर कपूर और जैक्लीन फर्नांडिस पर फिल्माया गया है.



गीत के बोल:

मुझसे ही आज मुझको मिला दे
देखूँ आदतों मैं तू है कि नहीं
हर साँस से पूछ के बता दे
इनके फासलों में तू है कि नहीं
मैं आस पास तेरे और मेरे पास
तू है कि नहीं  तू है कि नहीं
तू है कि नहीं  तू है कि नहीं

दौड़ते हैं ख्वाब जिनपे रास्ता वो तू लगे
नींद से जो आँख का है वास्ता वो तू लगे
तू बदलता वक़्त कोई खुशनुमा सा पल मेरा
तू वो लम्हा जो ना ठहरे  आने वाला कल मेरा
मैं आस पास तेरे और मेरे पास
तू है कि नहीं

इन लबों पे जो हँसी है  इनकी तू ही है वजह
बिन तेरे मैं कुछ नहीं हूँ  मेरा होना बेवजह
धूप तेरी ना पड़े तो  धुंधला सा मैं लगूं
आके साँसें दे मुझे तू  ताकि ज़िन्दा मैं रहूँ
मैं आस पास तेरे और मेरे पास
तू है कि नहीं
...................................................................
Too hai ke nahin-Roy 2015

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Apr 10, 2016

कुछ तो हुआ है-सिंघम रिटर्न्स २०१४

सन २०१४ के चर्चित गीतों में से एक पेश है और ये है
फिल्म सिंघम रिटर्न्स से. इसके पहले वाला “कुछ तो हुआ
है” फिल्म कल हो न हो में हुआ था. गीत की विशेषता
इसके गायक और संगीतकार का रहमान वाले अंदाज़ में
टेर लगाना है. गीत गाया है अंकित तिवारी और तुलसी
कुमार ने.

इसे लिखा है दो लोगों ने मिल के-संदीप नाथ और अभेन्द्र
कुमार उपाध्याय ने. ये २-३ गीतकारों का संयुक्त उपक्रम, एक
ही गीत में, समझ नहीं आता है.  शायद ये समय की मांग है.
रोहित शेट्टी की ये फिल्म्स सिंग्हम का सीक्वेल है मगर इस
फिल्म में वो बात नहीं है. फिल्म के संगीत विभाग में चार
गाने हैं और चार अलग लग संगीतकारों ने कम्पोज किये हैं.
एक रीमिक्स है और रीमिक्स वाले गानों का जिक्र हम
यहाँ किया नहीं करते. .



गीत के बोल:

रातों को अपनी पलकों से
ख़्वाब सजाने दो
फिर ख़्वाबों को आँखों से
नींद चुराने दो
ख़ामोशियाँ रखती हैं
अपनी भी एक जुबां
ख़ामोशी को चुपके से
सब कह जाने दो

कुछ तो हुआ है
ये क्या हुआ
जो ना पता है
ये जो हुआ
कुछ तो हुआ है
समझो कुछ समझो ना

जो कदम कदम चलूँ
तुझे ही तय करूँ मैं
साँसें बुनकर तुझे ओढ़ लूं
तू ख्याल सा मिला है
जिसको गिन सकूँ मैं
आदतों में तुझे जोड़ लूं
तुझसे रौशन, रातें सारी
तुझपे ही ख़तम बातें सारी

ख़ामोशियाँ रखती हैं
अपनी भी एक जुबां
ख़ामोशी को चुपके से
सब कह जाने दो

कुछ तो हुआ है
ये क्या हुआ
जो ना पता है
ये जो हुआ
कुछ तो हुआ है
समझो कुछ समझो ना


तुझे एक बार प्यार से
जो छू सकूँ मैं
वक़्त को फिर वहीँ रोक दूँ
फिर दिल मचल के गर
हदों को भूल जाए
धडकनों का सफ़र छोड़ दूँ
तूने दी है सारी खुशियाँ
तू है तो है मेरी दुनिया

ख़ामोशियाँ रखती हैं
अपनी भी एक जुबां
ख़ामोशी को चुपके से
सब कह जाने दो

कुछ तो हुआ है
ये क्या हुआ
जो ना पता है
ये जो हुआ
कुछ तो हुआ है
समझो कुछ समझो ना
........................................................................
Kuchh to hua hai-Singham returns 2014

Artists: Ajay Devgan, Kareena Kapoor

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