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Dec 21, 2019

ये दुनिया तेरी न मेरी-संसार १९७१

ये दुनिया किसकी है. बड़े बड़े दावेदार आये और गए, भविष्य
में आते रहेंगे. हाँ, अभी कोई सूरमा ऐसा नहीं सुनने में आया
जिसने कहा हो ये पूरा संसार मेरी जागीर है. बड़े बड़े उद्योगपति
ये ख्वाब देखते रहते हैं कि उनकी बनाई हुई चड्डियाँ कुत्ते और
बिल्लियाँ भी पहनने लगें, उनके बनाये टूथपेस्ट से चिडियाएँ भी
चोंच चमकाने लगें. संभव नहीं है.

खैर ये गीत चोरों के ऊपर केंद्रित है और आज भी ये ऐसा लगता
है मानो वर्तमान समय के लिए लिखा गया हो.

साहिर लुधियानवी के बोल, चित्रगुप्त का संगीत और किशोर कुमार
की आवाज़. सुनिए ये अनूठा गीत.





गीत के बोल:

करी जो हमने ज़रा सी चोरी
मिली जेल में चक्की
बड़ी डकैती करे कोई तो
कुर्सी है पक्की
तमाशा देखो ज़माना देखो
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
तमाशा देखो ज़माना देखो
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की

आज जो साहूकार बने हैं
आज जो साहूकार बने हैं कल थे भिखारी
ये दौलत सारी कहाँ से मारी
कहो ये बिज़नेस है के लूट
लूट है जी लूट है जी लूट है
आज जो साहूकार बने हैं
आज जो साहूकार बने हैं कल थे भिखारी
ये दौलत सारी कहाँ से मारी
कहो ये बिज़नेस है के लूट
लूट है जी लूट है जी लूट है

अरे सेठ महाजन और बनियों की
अरे सेठ महाजन और बनियों की
कब ले न जोरी करें हैं चोरी मुनाफ़ाख़ोरी
कहो मैं सच बोला या झूठ
कहो भाई कहो
सच बोलो छो दादा ठीक बोलो छो
फिर तमाशा देखो ज़माना देखो
दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की

दीन धर्म का शोर मचा कर
अरे दीन धर्म का शोर मचा कर
बनता जो नेता
जो चक्कर देता है जो वोटें लेता
जो बकता रोज़ अनाप शनाप
हाँ दीन धर्म का शोर मचा कर
अरे दीन धर्म का शोर मचा कर
बनता जो नेता
जो चक्कर देता है जो वोटें लेता
जो बकता रोज़ अनाप शनाप
हाँ नफरत की ज्वाला दहका कर
अरे नफरत की ज्वाला दहका कर
करता जो धंधा गरजता बंदा
जो खाता चन्दा
कहो क्या कम है उसका पाप
बोल पापे बोल
..??..??..??
तो फिर
तमाशा देखो ज़माना देखो
दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की

रेत मिले सीमेंट से जिसके
का कहे भाई
हाँ रेत मिले सीमेंट से जिसके
पुल कई टूटे जो जग को लूटे
बनाये बिल झूठे
कहो वो पाजी है या नेक
पाजी बेईमान गद्दार
अरे काले भाव दवा जो बेचे
अकल का कोल्हू
काले भाव दवा जो बेचे
छोटी से छोटी वो भी खोटी
वो गर्दन मोटी
नहीं क्या कातिल नंबर एक
काले भाव दवा जो बेचे
छोटी से छोटी वो भी खोटी
वो गर्दन मोटी
नहीं क्या कातिल नंबर एक
बोल वडी बोल
वडी ठीक कह्यो थई
तो तो तो
तमाशा देखो ज़माना देखो
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
तमाशा देखो ज़माना देखो
ये दुनिया तेरी न मेरी
मोटे चोरों की
……………………………………………………
Ye duniya na teri na meri-Sansar 1971

Artist:

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Aug 30, 2019

हाथों में किताब-संसार १९७१

लाइब्रेरी और बगीचे का संगम हो ना हो हाथों में किताब और
फूल तो लिए ही जा सकते हैं. फ़िल्मी गीत का हीरो तो हाथ
में हेलिकोप्टर भी पकड़ सकता है फूल क्या चीज़ है.

इसलिए कुछ भी संभव है. हेलिकोप्टर खिलौने वाला नहीं बड़ा
वाला. आपके दिमाग में खिलौने वाला क्यूँ आया जी. क्या आपने
रजनीकांत की या दक्षिण की लेटेस्ट फ़िल्में नहीं फ़िल्में देखी हैं?

सुनते हैं संसार फिल्म से अगला गीत किशोर कुमार की आवाज़
में. बोल एक बार फिर से साहिर के हैं और संगीत चित्रगुप्त का.
जुल्फों में किसी ज़माने में जूं अटका करती थी. समय ने बहुत
कुछ बदल दिया. अब डेंड्रफ अटक जाया करती है. इस गीत में
जुलाब शब्द ना ढूँढें, नहीं मिलेगा.



गीत के बोल:

हाथों में किताब बालों में गुलाब करना है आज किसी का हिसाब
मेरी जान इरादा क्या है हाँ मेरी जान इरादा क्या है
हाथों में किताब बालों में गुलाब करना है आज किसी का हिसाब
मेरी जान इरादा क्या है हाँ मेरी जान इरादा क्या है

कर जा ज़रा नज़र से बात मुंह ना फिर अदा के साथ
कर जा ज़रा नज़र से बात मुंह ना फिर अदा के साथ
जुल्फों को दे ना झटके जुल्फों में दिल है अटका
बहुत दिन बीते अकले जीते रोज नहीं टाल यारों का सवाल
पीछे लगे आज हुआ आधा साल
मेरी जान इरादा क्या है मेरी जान इरादा क्या है

उफ़ ये तेरी लचकती चाल दिल का मेरे बुरा है हाल
उफ़ ये तेरी लचकती चाल दिल का मेरे बुरा है हाल
थोडा सा रुक के हंस जा मतलब ये है के फंस जा
बहुत दिन बीते अकले जीते कटे नहीं रात बने नहीं बात
जागा जागा प्यार मांगे तेरा हाथ
मेरी जान इरादा क्या है हाँ मेरी जान इरादा क्या है

यूँ भी किसी का देगी साथ मेहँदी रचेगी तेरे हाथ
यूँ भी किसी का देगी साथ मेहँदी रचेगी तेरे हाथ
होना तो है परायी मुझ में है क्या बुराई
बहुत दिन बीते अकले जीते तेरा ये गुलाम पूछे दिल थाम
राज़ी है तो बोल भेजूं पैगाम
मेरी जान इरादा क्या है हाँ मेरी जान इरादा क्या है

हाथों में किताब बालों में गुलाब करना है आज किसी का हिसाब
मेरी जान इरादा क्या है हाँ मेरी जान इरादा क्या है
...............................................................................
Hathon mein kitaab-Sansar 1971

Artists: Nanin Nishchal, Anupama

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Aug 29, 2019

राजा जानी ना मारो नैनवा के तीर-संसार १९७१

सन १९७१ की फिल्म संसार में ‘बस अब तरसना छोड़ो’ के अलावा
बहुत कुछ है. बाकायदा एक पूरी कहानी है जिसमें ढेर सारे पात्र हैं.
फिल्म में नवीन निश्चल और अनुपमा प्रमुख कलाकार हैं. अनुपमा
उन नवागंतुकों में से एक हैं जिन्होंने सिनेमा संसार में कदम तो
रखा मगर लंबी पारी नहीं खेल पायीं.

प्रस्तुत गीत कृष्णा कल्ले द्वारा गाया गया है. परदे पर इसे जयश्री
टी पर फिल्माया गया है. बोल साहिर लुधियानवी के हैं और इसका
संगीत तैयार किया है चित्रगुप्त ने. चित्रगुप्त और साहिर के कॉम्बो
वाले गीत फिल्म वासना में भी हैं. जयश्री पर फिल्माया गया इसी
प्रकार का एक गीत फिल्म सावन भादो(१९७०) में भी है.



गीत के बोल:

राजा जानी
राजा जानी ना मारो नैननवा के तीर रे
राजा जानी ना मारो नैननवा के तीर रे
तीर रे तीर रे
राजा जानी

अभी नादान हूँ मैं नाज़ुक जान हूँ
मुझे ऐसे ना मारो यूं ही हलकान हूँ
मुझे ऐसे ना मारो यूं ही हलकान हूँ
हाय तीखी तीखी नज़रों से देखो न सांवरिया
सह न सकूंगी अभी कच्ची है उमरिया
जी कच्ची है उमरिया
मारो ना कटारी दो धारी उठे पीर रे
राजा जानी हाय दिलबर जानी
राजा जानी ना मारो नैननवा के तीर रे
राजा जानी

ज़बान के नर्म हो नज़र के गर्म हो
अरे जी तौबा तौबा
बड़े बेशर्म हो अरे जी तौबा तौबा
बड़े बेशर्म हो
हाय दिल तुम्हे सौंपा मैंने दिलदार मान के
बन गए तुम तो सैयां बैरी मेरी जान के
जी बैरी मेरी जान के
मारो ना कटारी दो धारी उठे पीर रे
राजा जानी दिलबर जानी

राजा जानी ना मारो नैननवा के तीर रे
राजा जानी ना मारो नैननवा के तीर रे तीर रे तीर रे
राजा जानी
…………………………………………………………………….
Raja jani na maaro-Sansar 1971

Artist: Jayshri T.

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Jul 30, 2019

बस अब तरसाना छोडो-संसार १९७१

आपने चित्रगुप्त का ६० के दशक तक का संगीत अवश्य ही
सुना होगा. वो कुछ अलग तरह का था. ७० के दशक तक
पहुँचते पहुँचते चित्रगुप्त ने भी अपने संगीत में काफी बदलाव
किये. इस बारे में हमने फिल्म परदेसी के गीतों को सुनवाते
वक्त चर्चा की थी.

फिजिक्स का एक फेनोमेना है-म्यूचुअल इंडक्शन. सन १९७१
में शंकर जयकिशन के संगीत वाली काफी सारी फ़िल्में आयीं.
१९७३ तक शंकर जयकिशन की उपस्थिति नियमित रूप से
बनी रही उसके बाद धीरे धीरे उनका काम कम होता चला.

आप आसानी से इस गीत को आँखों आँखों में फिल्म में भी
फिट कर सकते हैं. या यूँ कहें आँखों आँखों में का शीर्षक
गीत को इस फिल्म में. उसके अलावा जो दो संगीतकार और
याद आते हैं इस गीत से वो हैं-आर डी बर्मन और सोनिक-ओमी.

ये कुछ दुर्लभ सा कोम्बिनेशन है-साहिर और चित्रगुप्त का.
गीत गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने और इसे
फिल्माया गया है नवीन निश्चल और अनुपमा ?? पर.




गीत के बोल:

हो हो हो ए हे हे हा हा हा
ए बस अब तरसना छोडो
यूँ ही शरमाना छोडो
बस अब तरसना छोडो
यूँ ही शरमाना छोडो
जो दिल में प्यार का तूफ़ान है
हम जान गए हैं
जो दिल में प्यार का तूफ़ान है
हम जान गए हैं
हमें बहकाना छोडो
जी पीछे आना छोडो
हमें बहकाना छोडो
जी पीछे आना छोडो
तुम्हें जिस चीज़ का अरमान है
हम जान गए हैं
तुम्हें जिस चीज़ का अरमान है
हम जान गए हैं

इतना निखर के कोई आये तो
आये है किसी के लुभाने को
इतना निखर के कोई आये तो
आये है किसी के लुभाने को
तनहा किसी को कोई पाए
तो ना मचले गले से लगाने को
कितना छुपाएँ तेरी झुकती निगाहें
ये किसके क़त्ल का सामान है
हम जान गए हैं
ये किसके क़त्ल का सामान है
हम जान गए हैं

हमें बहकाना छोडो
जी पीछे आना छोडो
तुम्हें जिस चीज़ का अरमान है
हम जान गए हैं

छेड़ो ना हमको हटो जाओ
तुम्हें ऐसा ना था हमने जाना
छेड़ो ना हमको हटो जाओ
तुम्हें ऐसा ना था हमने जाना
छोडो बहाने अजी आओ
भला अपनों से कैसा शरमाना
पकड़ों ना आंचल मेरा जकडो ना बाहें
कि जितनी आपसे पहचान है
हम जान गए हैं
कि जितनी आपसे पहचान है
हम जान गए हैं

बस अब तरसना छोडो
यूँ ही शरमाना छोडो
जो दिल में प्यार का तूफ़ान है
हम जान गए हैं

करनी हैं तुमसे कई बातें
वो जो कानों में कहने वाली हैं
करनी हैं तुमसे कई बातें
वो जो कानों में कहने वाली हैं
जानूं मैं जानूं सभी घातें
वो चालें जो देखी भाली हैं
जुल्फों के नीचे दे दो दिल को पनाहें
ये मुश्किल किस कदर आसान है
हम जान गए हैं
ये मुश्किल किस कदर आसान है
हम जान गए हैं

हमें बहकाना छोडो
जी पीछे आना छोडो
तुम्हें जिस चीज़ का अरमान है
हम जान गए हैं
तुम्हें जिस चीज़ का अरमान है
हम जान गए हैं
......................................................................
Bas ab tarsana chhodo-Sansar 1971

Artists: Navin Nishchal, Anupama

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