फिर ना कीजे मेरी गुस्ताख-फिर सुबह होगी १९५८
"फिर ना कीजे मेरी गुस्ताख निगाही का गिला " ये गीत सुनते ही
शायद आपको भूले बिसरे गीत कार्यक्रम याद आ जाए। खय्याम
की ये सदाबहार धुन है फिल्म 'फिर सुबह होगी से। इसके बोल हैं
साहिर लुधियानवी के और ये राज कपूर, माला सिन्हा पर फिल्माया
गया है। गीत गाया है मुकेश और आशा भोंसले ने।
गीत के बोल:
फिर ना कीजै मेरी गुस्ताख़ निगाही का गिला
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
मैं कहाँ तक ये निगाहों को पलटने देती
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको
इस कदर प्यार से देखो ना हमारी जानिब
दिल अगर और मचल जाये तो मुश्किल होगी
तुम जहाँ मेरी तरफ़ देख के रुक जाओगे
वो ही मंजिल मेरी तक़दीर की मंजिल होगी
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको
एक यूँ हीं सी नजर दिल को जो छू लेती है
कितने अरमान जगाती है तुम्हे क्या मालूम
रूह बेचैन है कदमों से लिपटने के लिये
तुमको हर साँस बुलाती है तुम्हें क्या मालूम
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको
हर नज़र आप की जज़बात को उकसाती है
मैं अगर हाथ पकड़ लूं तो खफ़ा मत होना
मेरी दुनिया-ए-मोहब्बत है तुम्हारे दम से
मेरी दुनिया-ए-मोहब्बत से जुदा मत होना
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको
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